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OTT सेंसरशिप के पक्ष में नहीं कोंकणा सेन, बोलीं- इंसान के पास चॉइस करने का हक होना चाहिए कि उसे क्या देखना है

'आप यह बता सकते हैं कि ये फिल्म बच्चों के लिए है, या एडल्ट फिल्म है। उसके बाद इंसान को चॉइस करने का हक होना चाहिए।' यह कहना है एक्ट्रेस कोंकणा सेन शर्मा का, जिनकी फिल्म 'राम प्रसाद की तेरहवीं' 1 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कोंकणा ने अपने करियर के कई पहलुओं पर बात की। उनसे हुई बातचीत के अंश:-

Q. OTT की सेंसरशिप पर क्या सोचती हैं?
A. OTT प्लेटफार्म पर सेंसरशिप लाना मुझे तो सही नहीं लगता। मैं सेंसरशिप में बिलीव नहीं करती। आप बता सकते हैं कि ये फिल्म बच्चों के लिए है, या एडल्ट फिल्म है। किस उम्र के लिए सूटेबल है या किसके लिए नहीं। उसके बाद इंसान को चॉइस करने का हक होना चाहिए कि उसे क्या देखना है।

Q. 20 साल के करियर में आपने पैरेलल सिनेमा, मेनस्ट्रीम सिनेमा और वेब सीरीज तक सब कुछ ट्राय कर लिया, किसमें सबसे ज्यादा काम करने में मजा आया?
A. एक्टर के तौर पर मुझे हर तरह का काम करने में मजा आता है। चाहे वह वेब सीरीज हो, जिसमें मेरे किरदार की कई परतें होती हैं और धीरे-धीरे खुलती हैं या फिर शॉर्ट फॉर्मेट जैसे फिल्म या शॉर्ट फिल्म। मुझे हर तरह के रोल निभाना पसंद है।

Q. सिनेमा अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट होता जा रहा है। इस ट्रेंड को अच्छा मानती हैं या बुरा?
A. मुझे लगता है OTT प्लेटफार्म का ट्रेंड लॉकडाउन के पहले ही शुरू हो चुका था। क्योंकि कई ऐसे शोज हैं, जो OTT प्लेटफॉर्म पर बहुत हिट हुए हैं। हां, लॉकडाउन के दौरान इस ट्रेंड में काफी इजाफा हुआ, क्योंकि सिनेमाघर जाने का ऑप्शन नहीं बचा था। मेरे हिसाब से यह ट्रेंड बहुत फायदेमंद है, क्योंकि अलग-अलग कॉन्सेप्ट पर एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है। अच्छा कंटेंट निकलकर आ रहा है। चाहे वो फिल्म हो या फिर वेब सीरीज। आपके पास सभी तरह का कंटेंट देखने का ऑप्शन है। साथ ही OTT की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अभी तक यह फॉर्मेट स्टार ड्रिवन नहीं है कि बड़े नाम ही वेब सीरीज में चाहिए। फिल्मों की बात की जाए तो अगर आपकी फिल्म में कोई बड़ा स्टार न हो, तो आपको बजट नहीं मिलता।

Q. आपने हमेशा लीक से हटकर काम किया है। ये सोचा-समझा मूव था या आपको ऑफर ही ऐसे मिले?
A. सच कहूं तो दोनों ही बात सही है। मैं हमेशा से ऐसे रोल करना चाहती हूं, जिससे मैं रिलेट कर पाऊं। अपने किरदार से, स्टोरी से। मुझे अपने रोल्स के साथ एक्सपेरिमेंट करने का मौका तो मिला है, लेकिन कभी ऐसे रोल नहीं ऑफर हुए, जिसमें मैं डेकोरेटिव पीस दिखूं। न ही मेरी ऐसा कुछ करने की इच्छा है।

Q. सोशल मीडिया की बढ़ती निगेटिविटी के बीच आप खुद को कैसे पॉजिटिव रखती हैं?
A. ये परेशानी तो लोग असल जिंदगी में भी फेस करते हैं। मेरा इस नेगेटिविटी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि मैं सोशल मीडिया ऐप्स पर ज्यादा ध्यान नहीं देती । मुझे जो कुछ कहना होता है मैं कहती हूं। उसके बाद नेगेटिव कमेंट पर ध्यान नहीं देती। मुझे लगता है कि सोशल मीडिया ऐप पर रेगुलेशन होना चाहिए। महिलाओं को रेप और जान से मारने की धमकियां मिलती है, जो कि सही नहीं है।

Q. कोरोना काल से मिली एक सीख जो आप हमसे शेयर करना चाहती हैं?
A. करोना काल में मैने चीजों को पॉजिटिव तरीके से देखना शुरू किया। जिंदगी में नकारात्मकता की जगह सकारात्मकता को अपनाने की कोशिश की। साथ ही इस मुश्किल घड़ी ने मुझे यह भी बता दिया कि हम कितने खुशनसीब हैं और हमारे पास कितनी सुविधाएं हैं। इस कठिन घड़ी में लोग हमसे भी ज्यादा परेशान हुए हैं। हजारों प्रवासी मजदूर अपने घरों की ओर लौटे हैं। ये सब देखकर जिंदगी के प्रति आभार का भाव आ गया है। इस दौरान मैंने अपनी ड्राइविंग स्किल्स को निखारा। अपने बेटे के साथ समय बिताया। हम सबने मिलकर एक कुत्ते को अडॉप्ट किया।

Q. 2021 में कोंकणा अपने किस नए टैलेंट से दर्शकों को चौंकाने वाली हैं?
A. 1 जनवरी को मेरी फिल्म 'रामप्रसाद की तेरहवीं' रिलीज होने वाली है। उसका इंतजार रहेगा। उसके बाद डायरेक्टर निखिल आडवाणी के साथ एक वेब सीरीज में काम किया है, जिसका नाम मुंबई डायरीज 26/11 है । वो भी जल्द ही OTT पर रिलीज होगी। इसके अलावा नीरज घेवान के साथ भी मैंने एक शॉर्ट फिल्म बनाई है।



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Konkona Sen; Konkona Sen Interview to Dainik Bhaskar; Speaks On OTT Platforms Censorship and Ramprasad Ki Tehrvi Movie


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