Skip to main content

राजकुमार राव ने दिनेश विजान की 'हम दो हमारे दो' का टाइटल चेंज करवाया, गोडसे किरदार के चलते रिजेक्‍ट की 'गांधी वर्सेज गोडसे'

फिल्म 'मेड इन चाइना' की विफलता के बाद से एक्टर राजकुमार राव ने क्रिटिकल अप्रोच अपना ली है। इस बात की पुष्टि उनके करीबियों ने की है। राजकुमार की इस अप्रोच का उदाहरण दिनेश विजन के बैनर के तहत बन रही फिल्म का माना जा सकता है। राजकुमार ने हाल ही में इसकी शूटिंग चंडीगढ़ में पूरी की है। पहले इस फिल्‍म का टाइटल 'हम दो हमारे दो' था। खबरों के मुताबिक अब इस फिल्म का टाइटल 'सेकेंड इनिंग' किया जा रहा है। फिल्म का टाइटल बदलने का आइडिया खुद राजकुमार राव ने दिया है। इस पर दिनेश विजान ने अमल किया है, इसकी कुछ ठोस वजह हैं।

'हम दो हमारे दो' का टाइटल अब 'सेकेंड इनिंग' होगा
सूत्रों के मुताबिक, टाइटल बदलने के पीछे दरअसल फिल्‍म की स्क्रिप्‍ट में तब्दीली अहम कारण है। वह यह है कि पहले यह फिल्म परिवार नियोजन के मसले पर थी। फिर बाद में शूट पर जाने से ठीक पहले उसमें बदलाव किया गया। परिवार नियोजन की जगह इसे बच्चे गोद लेने वाले की कहानी में कन्‍वर्ट किया गया। ऐसा इसलिए कि परिवार नियोजन के मसले पर राजनीतिक विवाद छिड़ सकता था।

समाज और राजनीति में कई लोग ऐसे हैं, जो परिवार नियोजन के खिलाफ हैं। लिहाजा वह फिल्‍म को विवादों में धकेल सकते थे। इसलिए मेकर्स ने फिल्म की कहानी को चेंज कर बच्‍चा गोद लेने की कहानी को ही रखा। अब इसका टाइटल भी 'हम दो हमारे दो' से 'सेकेंड इनिंग' किया जा रहा है। इस फिल्म में राजकुमार राव और कृति सैनन के अलावा परेश रावल भी मुख्‍य भूमिका में हैं।

राजकुमार राव ने 'गांधी वर्सेज गोडसे' को किया रिजेक्ट
ठीक इसी तरह गोडसे की सोच और सिद्धांतों से सहमत न होने के चलते राजकुमार राव ने फिल्म 'गांधी वर्सेज गोडसे' को रिजेक्ट कर दिया। तीन महीने पहले इसको लेकर फिल्‍म के डायरेक्‍टर राजकुमार संतोषी से उनकी टेलीफोन पर बातचीत हुई थी, मगर बात नहीं बन सकी। संतोषी के करीबियों ने हालांकि एक और वजह भी बताई है। वह यह कि राजकुमार दरअसल गोडसे के लुक में फिट नहीं बैठ रहे थे। अब यह फिल्‍म नए चेहरों के साथ बन रही है। गोडसे के रोल में मराठी एक्टर चिन्‍मय मंडलेकर हैं। गांधी का रोल मशहूर गुजराती थिएटर आर्टिस्‍ट दीपक अंतानी प्‍ले कर रहे हैं। दीपक ने रंगमंच की दुनिया में 150 बार गांधी का रोल प्‍ले किया है।

इन सबके अलावा राजकुमार राव की अभिनय देव के साथ फिल्म को लेकर बात चल रही है। अभिनय उन्‍हें विक्‍की कौशल के साथ 'आंखें 2' में कास्‍ट करना चाहते हैं। हालांकि इस प्रोजेक्‍ट पर खुद डायरेक्‍टर बदलते रहे हैं। पहले इसे गौरांग दोषी डायरेक्‍ट करने वाले थे। फिर अनीस बज्‍मी का नाम सामने आया था। अब अभिनय देव इस फिल्म का निर्देशन करेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Rajkummar Rao changed the title of dinesh vijan's Film 'Hum Do Hamare Do', rejecting the 'Gandhi vs Godse' due to Godse character


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3aJ5rPM

Comments

Popular posts from this blog

Yoga Session: कमर और रीढ़ की हड्डियों को ठीक रखेंगे 3 योगाभ्‍यास, सभी परेशानियां हो जाएंगी दूर

Yoga Health Benefits: योगाभ्‍यास हमारी सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. अगर हम नियमित रूप से योगाभ्‍यास करें तो इससे शरीर मजबूत और लचीला बनता है. कुछ आसाना योगासन पीठ, कमर, गर्दन की कई समस्‍याओं को दूर कर सकते हैं. इस बारे में विस्तार से जान लीजिए. from Latest News हेल्थ & फिटनेस News18 हिंदी https://ift.tt/diUZe2T

Pokemon GO खेलने वाले जान लीजिए क्या होता है शरीर का फायदा?

Google पोकेमोन गो की रिहाई के परिणामस्वरूप, कुछ समय के लिए, डिजिटल जीवों के शिकार पर कुछ जगहों के आसपास मिलते-जुलते लोगों की भीड़ में, उनके चेहरे के सामने फोन करते थे कुछ लोगों ने इस खेल को सार्वजनिक उपद्रव के रूप में दिखाया, लेकिन कई लोगों ने इसे बचाया, इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि ये लोग सोफे पर घर पर बैठने के बजाय आसपास घूम रहे थे। केंट स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक हालिया अध्ययन ने एक नए स्तर पर यह अवलोकन किया है कि यह सुनिश्चित करने के लिए संख्याएं क्रंच कर रही हैं कि पॉकेमोन गो वास्तव में एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देता है। यह एक वर्ष रहा है जब से पॉकेमोन गो को जारी किया गया था और खेल अभी भी मजबूत हो रहा है। अधिकांश मोबाइल गेम्स के विपरीत, यह एक ऐसा खिलाड़ी है जो न केवल खड़े होकर आगे बढ़ने के लिए मजबूर करता है, लेकिन सक्रिय रूप से विभिन्न स्थानों पर चलना है। कई खिलाड़ियों ने पोकेमोन के लिए शिकार करते समय एक दिन में लंबी दूरी चलने की रिपोर्ट की। अभ्यास का प्रसार करने के लिए गेम का कितना प्रभाव था, यह आकलन करने के लिए, शोधकर्ताओं ने 350 कॉलेज छात्रों के गतिविधि स्...

डयबटज क हर छठ मरज क आख खतर म डयबटक रटनपथ बन रह अध सरव रपरट म खलस

Diabetic Retinopathy in India: डायबिटीज के मरीजों में डायबिटिक रेटिनोपैथी की वजह से अंधापन बढ़ रहा है. नेशनल डायबिटिक रेटिनोपैथी सर्वे इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 90 फीसदी लोग डाय‍िबिटीज होने के बावजूद आंखों की जांच ही नहीं कराते. from Latest News हेल्थ & फिटनेस News18 हिंदी https://ift.tt/8lZQh3P