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महाराष्ट्र के गृहमंत्री के बाद अब रिया चक्रवर्ती के वकील ने कहा- CBI जांच के नतीजों के साथ सामने आए

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस को लेकर सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) लगातार सवालों के घेरे में हैं। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के बाद अब रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने भी एक स्टेटमेंट जारी कर जांच के नतीजे घोषित करने की गुजारिश की है।

'मुंबई पुलिस की जांच को अलग रंग दिया गया था'

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को अनिल देशमुख की अपील का समर्थन करते हुए सतीश मानशिंदे ने कहा, "जब मुंबई पुलिस ने जांच में दो महीने लगा दिए थे और जनता के सामने रिपोर्ट नहीं आई थी, तब इसे अलग रंग दिया गया था और रोना रोया गया था। जुलाई 2020 में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ झूठे आरोप लगाते हुए पटना में एक FIR फाइल की गई थी। पटना पुलिस के साथ मुंबई पुलिस, ED, NCB और CBI ने रिया के खिलाफ जांच की।"

रिया को बिना सबूत झूठे केस में गिरफ्तार किया

मानशिंदे में अपने बयान में आगे कहा कि NCB ने रिया चक्रवर्ती को झूठे केस में बिना सबूत के गिरफ्तार कर लिया था और वे बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत मिलने से से पहले करीब एक महीने तक कस्टडी में रही थीं। मानशिंदे के मुताबिक, उन्होंने हमेशा कहा है कि सच कभी बदलेगा, फिर भले ही जांच कोई भी कर ले।

अब इस दुखद घटना का क्लोजर दिया जाए

बकौल मानशिंदे, "परिस्थितियां कुछ भी हों, CBI को अपनी 4 महीने की जांच के नतीजों के साथ सामने आना चाहिए। अब वक्त आ गया है कि इस दुखद घटना का क्लोजर दिया जाए। सत्यमेव जयते।"

अनिल देशमुख ने क्या कहा था

रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनिल देशमुख ने कहा था, "जांच शुरू हुए 5 महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन CBI ने अब तक खुलासा नहीं किया है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई थी या उन्होंने खुदकुशी की थी। मेरी CBI से अपील है कि जल्दी से जल्दी जांच के नतीजों का खुलासा करें।"

14 जून को हुआ था सुशांत का निधन

14 जून को अभिनेता का शव उनके बांद्रा (मुंबई) स्थित किराए के घर में मिला था। शुरुआत में जहां पुलिस ने इसे आत्महत्या का केस मानकर जांच शुरू की थी, वहीं सुशांत के फैमिली मेंबर्स, दोस्तों और फैन्स ने उनकी हत्या की आशंका जताई थी।

हालांकि, सीबीआई का सहयोग कर रहे दिल्ली एम्स ने सुशांत की हत्या की संभावना से इनकार किया है। वहीं, सीबीआई ने अभी तक किसी तरह की रिपोर्ट इस मामले में नहीं सौंपी है। मामले में केंद्र की दो अन्य एजेंसियां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी अलग-अलग एंगल से जांच कर रही हैं।



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14 दिसंबर को सुशांत सिंह राजपूत के दुखद निधन को 6 महीने हो गए हैं।


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