Skip to main content

30 की उम्र से ध्यान रखेंगे तो हृदय रोगों से होगा बचाव

अमरीकन कॉलेज ऑफ कॉर्डियोलॉजी का कहना है कि अधिक उम्र में हृदय रोगों से बचाव के लिए कम उम्र से ही ध्यान रखने की जरूरत है। इसके लिए 30 वर्ष की उम्र से कुछ बातों का ध्यान रखा जाए। इस वर्ष वल्र्ड हार्ट डे की थीम यूज हार्ट टू बीट कॉर्डियो वेस्कुलर डिजीज है।
हृदय में तीन हिस्से होते
दिल शरीर का इंजन होता है। इसके तीन हिस्से हैं। पहला, हार्ट मसल्स जो खून पंप करता। दूसरा, इलेक्ट्रिकल सिस्टम जो धडक़नों को नियंत्रित करता और तीसरी कोरोनरी आर्टरीज (धमनियां) जिससे ब्लड-ऑक्सीजन की आपूर्ति हर अंगों में होती है।
कैलोरी कम मात्रा में लें
डाइट में कैलोरी की मात्रा फिजिकल एक्टिविटी के अनुसार तय करें। ज्यादा लेने से हृदय रोग होता है। फल, सलाद, हरी सब्जियां, साबुत अनाज ज्यादा और तेल-घी कम खाएं। लहसुन खाएं, कोलेस्ट्रॉल को ठीक रखता, नॉनवेज खाने से बचें।
खराब लाइफ स्टाइल वजह, अच्छी दिनचर्या रखें
95त्न मरीजों में हार्ट डिजीज खराब लाइफ स्टाइल से होती है। कई शोधों में पाया गया है कि 30 वर्ष की उम्र में कुछ सावधानियां बरतें तो हृदय रोगों के खतरे को कम कर सकते हैं। इसके लिए अच्छी दिनचर्या रखें। समय पर सोएं, उठने और अपने काम को करें।
डायबिटीज से नुकसान
डायबिटीज के कारण रोगी की नव्र्स डैमेज हो जाती हैं। इसलिए हार्ट अटैक होने पर उनमें सीने में दर्द या जलन नहीं होती है। हार्ट अटैक होने पर भी पता नहीं चलता है। ऐसे रोगियों को ज्यादा खतरा है। छह माह में संबंधित जांचें कराएं। बीपी और दूसरी बीमारियों को नियंत्रित रखें।
45 मिनट व्यायाम करें
रोज व्यायाम करने से दिल की बीमारियों के साथ अन्य रोगों से भी बचाव होता है। इससे खून की नलियों में कोलेस्ट्रॉल जमा नहीं होता है। रोज 45 मिनट हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करें। 30 मिनट या दस हजार कदम चलें। हृदय की धडक़नें भी सामान्य रहती हैं।
खाने के तेल की भी भूमिका
खाने के लिए सरसों, जैतून या मूंगफली का तेल ठीक रहता है। सोयाबिन का तेल कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। फ्राई वाले तेल को दोबारा इस्तेमाल न करें, इसे छौंक में इस्तेमाल करें। दोबारा गर्म करने से ट्रांस फैट बढ़ता है। हृदय रोगों का कारण बनता है।
जांच किस उम्र से जरूरी
30 की उम्र के बाद हृदय रोगों की आशंका रहती है। जिनकी फैमिली में बीपी, किडनी और हाई कोलेस्ट्रॉल है वे हाई रिस्क श्रेणी में आते हैं। साल में एक बार जांच जरूर करवाएं।
वजन नियंत्रित रखें
वजन बढऩे से खून की नलियों पर दबाव बढ़ता है। हृदय को ज्यादा काम करना पड़ता है।
सोने से 3 घंटे पहले डिनर
सोने से 3-4 घंटे पहले डिनर कर लें। देरी से खाने से फैट जमा होता है। हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है।
खुलकर हंसे
अमरीकन हार्ट एसोसिएशन का कहना है कि खुलकर हंसने से स्टे्रस हार्मोन कम होते हैं। इससे हृदय रोगों का खतरा भी घटता है।
नट्स ज्यादा खाएं
अखरोट और बादाम ज्यादा मात्रा में खाएं। इसमें फाइबर और अच्छा फैट होता है। काजू कम मात्रा में खाएं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3n33npE

Comments

Popular posts from this blog

पेट की गर्मी से उबल रहा है पूरा शरीर, तपिश को बुझाने के लिए अपनाएं ये 4 आसान टिप्स, नेचुरली उदर होगा ठंडा-ठंडा कुल-कुल

How to get rid of stomach heat: कभी-कभी पेट की गर्मी से पूरा शरीर उबलने लगता है. ऐसा लगता है कि पेट में आग लगी पड़ी है. कई कारणों से पेट की गर्मी होती है. लेकिन पेट की गर्मी को बुझाने के लिए कुछ आसान टिप्स है जिनसे बहुत जल्दी पेट की गर्मी की जगह ठंडा-ठंडा कुल-कुल हो जाएगा. from Latest News हेल्थ & फिटनेस News18 हिंदी https://ift.tt/2YwVIPy

दिव्या दत्ता का जन्मदिन:'वीरगति' के एक सीन में घबरा गई थीं दिव्या दत्ता, सलमान खान ने की थी मदद, 'दिल्ली 6' में एक्टिंग देख ऋषि कपूर ने बजाई थी सबके सामने ताली

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/2WfdhMq

YOGA SESSION: शरीर को फुर्तीला बनाना है तो इस तरह करें योगाभ्‍यास, दूर रहेगी अकड़न-जकड़न

Yoga Session With Savita Yadav : कई लोगों को शरीर में हर वक्‍त अकड़न-जकड़न की समस्‍या रहती है. इसकी वजह से शरीर में एनर्जी कम लगती है और फुर्तीलापन भी गायब रहता है. ऐसे में किसी भी काम को पूरा करना मुश्किल हो जाता है. इस समस्‍या को योगाभ्‍यास की मदद से दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं कैसे. from Latest News हेल्थ & फिटनेस News18 हिंदी https://ift.tt/QOJdhEB