Skip to main content

प्रतिद्वंद्वी एप ट्रिलर ने टिकटॉक के लिए 2000 करोड़ डॉलर की बोली लगाई : रिपोर्ट

सैन फ्रांसिस्को, 29 अगस्त (आईएएनएस) टिकटॉक की खरीद में प्रतिद्वंद्वी सोशल वीडियो प्लेटफॉर्म ट्रिलर भी शामिल हो गया है। उसने लंदन स्थित वैश्विक निवेश फर्म सेंट्रिकस के माध्यम से 2 हजार करोड़ डॉलर की बोली के साथ टिकटॉक के चीन स्थित मूल कंपनी बाइटडांस से संपर्क किया है। यह जानकारी मीडिया ने शनिवार को दी।

द वर्ज को दिए गए एक बयान में ट्रिलर ने दावा किया है कि उसने टिकटॉक की बजाय सीधे उसके मालिक बाइटडांस से बोली लगाई है।

ट्रिलर के कार्यकारी अध्यक्ष बॉबी सानेर्वेस्ट ने कहा, हमने सेंट्रिकस के माध्यम से सीधे बाइटडांस के अध्यक्ष को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया और उसे प्राप्त किए जाने की हमें कंफर्मेशन भी मिली है। हमने टिकटॉक को कोई प्रस्ताव नहीं दिया है, वे इसमें बिल्कुल भी शामिल नहीं हैं।

उन्होंने आगे कहा, हमने बाइटडांस को एक प्रस्ताव दिया और सीधे चेयरमैन के साथ ही बातचीत कर रहे हैं। या तो कई स्तर नीचे वाले लोगों को पता नहीं है कि शीर्ष स्तर पर क्या हो रहा है या हो सकता है वे प्रस्ताव को लेकर खुश नहीं हैं और उनका यह अपना एजेंडा हो सकता है।

हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टिकटॉक ने इस तरह के किसी भी प्रस्ताव के मिलने से इनकार किया है।

एक ओर जहां टिकटॉक अधिग्रहण को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं, वहीं रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट ने पहले ही पुष्टि कर दी है कि वह माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर चीन की शॉर्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म के लिए बोली लगा रही है। इस एप के वैश्विक स्तर पर 70 करोड़ और अमेरिका में 10 करोड़ यूजर्स हैं।

रिपोटरें के अनुसार, टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ऐप को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलियाई और न्यूजीलैंड को इसका संचालन बेचने के लिए तय की गई 90 दिनों की समय सीमा के मद्देनजर एक समझौते में बातचीत को आगे बढ़ा रही है। ऐसी संभावना है कि यह सौदा 2 हजार करोड़ डॉलर से लेकर 3 हजार करोड़ डॉलर के बीच होगा।

बाइटडांस तीन कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट और ओरेकल शामिल हैं, और आने वाले दिनों में अमेरिकी संचालन को इसे बिक्री की घोषणा की उम्मीद है।

हाल ही में टिकटॉक के सीईओ केविन मेयर ने राजनीतिक उथल-पुथल और बिक्री की चर्चा के बीच इस सप्ताह अपने इस्तीफे की घोषणा की।

ट्रंप ने 6 अगस्त को एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसमें 45 दिनों के भीतर अमेरिका में किसी भी लेनदेन का संचालन करने से बाइटडांस को प्रतिबंधित किया गया था।

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने 14 अगस्त को एक और कार्यकारी आदेश जारी किया, जिसमें बाइटडांस को 90 दिनों के भीतर अमेरिका में अपने टिकटॉक व्यापार को किसी और के हाथों संचालन बेचने का विकल्प दिया गया था।

एमएनएस/एसजीके



.Download Dainik Bhaskar Hindi App for Latest Hindi News.
.
...
Rival ape triller bid $ 2,000 million for TickTalk: report
.
.
.


from दैनिक भास्कर हिंदी https://ift.tt/2G9XVQX

Comments

Popular posts from this blog

Yoga Session: कमर और रीढ़ की हड्डियों को ठीक रखेंगे 3 योगाभ्‍यास, सभी परेशानियां हो जाएंगी दूर

Yoga Health Benefits: योगाभ्‍यास हमारी सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. अगर हम नियमित रूप से योगाभ्‍यास करें तो इससे शरीर मजबूत और लचीला बनता है. कुछ आसाना योगासन पीठ, कमर, गर्दन की कई समस्‍याओं को दूर कर सकते हैं. इस बारे में विस्तार से जान लीजिए. from Latest News हेल्थ & फिटनेस News18 हिंदी https://ift.tt/diUZe2T

Pokemon GO खेलने वाले जान लीजिए क्या होता है शरीर का फायदा?

Google पोकेमोन गो की रिहाई के परिणामस्वरूप, कुछ समय के लिए, डिजिटल जीवों के शिकार पर कुछ जगहों के आसपास मिलते-जुलते लोगों की भीड़ में, उनके चेहरे के सामने फोन करते थे कुछ लोगों ने इस खेल को सार्वजनिक उपद्रव के रूप में दिखाया, लेकिन कई लोगों ने इसे बचाया, इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि ये लोग सोफे पर घर पर बैठने के बजाय आसपास घूम रहे थे। केंट स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक हालिया अध्ययन ने एक नए स्तर पर यह अवलोकन किया है कि यह सुनिश्चित करने के लिए संख्याएं क्रंच कर रही हैं कि पॉकेमोन गो वास्तव में एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देता है। यह एक वर्ष रहा है जब से पॉकेमोन गो को जारी किया गया था और खेल अभी भी मजबूत हो रहा है। अधिकांश मोबाइल गेम्स के विपरीत, यह एक ऐसा खिलाड़ी है जो न केवल खड़े होकर आगे बढ़ने के लिए मजबूर करता है, लेकिन सक्रिय रूप से विभिन्न स्थानों पर चलना है। कई खिलाड़ियों ने पोकेमोन के लिए शिकार करते समय एक दिन में लंबी दूरी चलने की रिपोर्ट की। अभ्यास का प्रसार करने के लिए गेम का कितना प्रभाव था, यह आकलन करने के लिए, शोधकर्ताओं ने 350 कॉलेज छात्रों के गतिविधि स्...

डयबटज क हर छठ मरज क आख खतर म डयबटक रटनपथ बन रह अध सरव रपरट म खलस

Diabetic Retinopathy in India: डायबिटीज के मरीजों में डायबिटिक रेटिनोपैथी की वजह से अंधापन बढ़ रहा है. नेशनल डायबिटिक रेटिनोपैथी सर्वे इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 90 फीसदी लोग डाय‍िबिटीज होने के बावजूद आंखों की जांच ही नहीं कराते. from Latest News हेल्थ & फिटनेस News18 हिंदी https://ift.tt/8lZQh3P